टिकाकरण से नवजात शिशु के पैर में हुआ इंफेक्शन हालात गंभीर,परिजनों ने कलेक्टर जनदर्शन में लापरवाह डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर लगाई गुहार
मुंगेली//प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम भठली कला निवासी निमेश साहू पिता बलदाउ साहू की धर्मपत्नि श्रीमति पंचकुमारी साहू पति जिनका दिनांक 28.06.2024 को उनके निवास में नार्मल डिलवरी (शिशु का जन्म) हुआ था जिसके पश्चात दिनांक 28.06.2024 को ग्राम के मितानीन श्रीमति सुनीता यादव के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भठली में नवजात शिशु को टिका लगवाने ले कर गये थे जहाँ पदस्थ प्रभारी डॉक्टर श्रीमति निधी तिवारी एवं नर्स रिना ग्वाल के द्वारा फोन में बात करते हुए लापरवाही पूर्वक शिशु को टिका लगाया गया।
जहाँ 8 से 10 दिन बाद टिका लगा पैर में सूजन हो गया, जिसे लेकर श्रीमति निधी तिवारी को दिखाया गया जहाँ उन्होंने बिना उपचार या परीक्षण किये वापस भेज दिया। परंतु हालात में कोई सुधार नहीं हो रहा था जिसकी जानकारी डाक्टर निधी तिवारी को बार-बार दी गई इसके बाद भी मामले को गंभीरता से नहीं ली बल्कि अभद्र व्यवहार कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से भगा दिया गया। बच्चे के बिगड़ते हालात को देखते हुए दिनांक 16.07.2024 को अग्रवाल हास्पिटल मुंगेली में उपचार हेतु ले जाया गया जहा शिशु की स्थिति को देखते हुए दिनांक 16.07.2024 से 17.07.2024 तक भर्ती कराया व उपचार किया गया। फिर भी शिशु की हालात में सुधार नहीं होने पर दिनांक 18.07.2024 से 18.08.2024 तक चिल्ड्रन हास्पिटल बिलासपुर छ०ग० में भर्ती कराया जहाँ उपचार के दौरान डाक्टर द्वारा बताया गया की शिशु को जो टिका दिया था,उस पैर में अत्यधिक मवाद भर गया है तथा टिका लगे पैर में मवाद के कारण हड्डी गल गया है जिसकी वजह से इन्फेक्शन हो गया है। वहीं दिनांक 18.07.2024 से 18.08.2024 तक भर्ती था तथा दिनांक 22.08.2024 से 45 दिनो तक अपने गृह निवास भटली से बिलासपुर चिल्ड्रन हास्पिटल में प्रति दिन इंजेक्शन लगवाने शिशु को लाना ले जाना करना पडा तथा वर्तमान में भी उपचार जारी है।
वहीं शिशु का पिता रोजी मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था,जब से शिशु की हालात खराब हुई है। तब से सारा काम काज छोड़ ईलाज के लिए दौड़-भाग में लगा हुआ है। जिससे उन्हें आर्थिक तंगी से भी जुझना पड़ रहा है।
उक्त मामले को लेकर बच्चे के माता पिता ने कलेक्टर जनदर्शन में लापरवाह महिला प्रभारी डाक्टर निधि तिवारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। अब देखना होगा कि कलेक्टर साहब उक्त लापरवाह महिला डॉक्टर के खिलाफ किस तरह कि कार्यवाही करते है। या पिडित नवजात शिशु को उचित उपचार के लिए आर्थिक मदद करेगें ...?
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