◆पथरिया क्षेत्र का मामला:इस पंचायत में केवल पंचायत भवन में हो रहा विकास,मुलभूत असुविधाओं से जुझ रहे ग्रामीण
◆ एक ही जगह संचालित है स्वास्थ्य,पोषण और संक्रमण
मुंगेली जिले का एक ऐसा गांव जहाँ पंचायत भवन के मरम्मत व रंगरोगन सहित अन्य कार्यों को लेकर लाखों रूपये खर्च कर दिए गए हैं। जबकि ग्रामीण अन्य सुविधाओं के लिए जुझ रहें कहीं पेयजल की समस्या तो कहीं निकासी की व्यवस्था को लेकर ग्रामीण परेशान हैं।
हम बात कर रहें मुंगेली जिले के पथरिया जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम चंदखुरी जो कि आश्रित ग्राम बैतलपुर से मिलकर बना है। जहाँ विकास कार्य के लिए विभिन्न मदों से मिले अधिकतर राशि का उपयोग पंचायत भवन के इर्द गिर्द ही खर्च कर दी गई है। गांव में देखा जाए तो बिजली,पानी,नाली की समस्या से ग्रामीण जुझ रहें हैं। वहीं शासकीय भवनों की हालत अत्यंत खराब है,वर्तमान कार्यकाल में केवल आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक -1 चंदखुरी में मरम्मत के नाम पर करीब तीन लाख रूपये खर्च किए गए हैं। जिसमें खुलकर अनियमितता बरती गई है,जिसका अंदाजा आंगनबाड़ी केन्द्र की हालत देखकर लगाया जा सकता है जो महज सालभर के भीतर ही जर्जर हो चली है। वहीं ग्राम पंचायत के पास संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक-1 बैतलपुर की हालत बहुत ही खराब जिसकी मरम्मत के लिए कई बार मांग की गई है इसके बाद भी उक्त आंगनबाड़ी केन्द्र की मरम्मत के नाम पर एक रूपये भी खर्च नहीं किया गया। जहाँ छोटे-छोटे बच्चों की जान जोखिम में डालकर आंगनबाड़ी केन्द्र का संचालन किया जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि फिलहाल विभागीय अधिकारियों के निर्देशानुसार उक्त जर्जर भवन में केन्द्र नहीं लगाई जा रही है,बच्चों को भोजन करा कर छोड़ना पड़ रहा है। केन्द्र लगाने के लिए पंचायत से भवन की मांग की गई पर भवन उपलब्ध नहीं होने की वजह से आंगनबाड़ी केन्द्र प्रभावित हो रही है।
स्वास्थ्य,पोषण और संक्रमण एक साथ विराजमान
ग्राम पंचायत में स्वास्थ्य विभाग, आंगनबाड़ी केन्द्र व अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र एक जगह संचालित होना है। उप-स्वास्थ्य केन्द्र के सामने व आंगनबाड़ी केन्द्र के बगल में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र भवन का निर्माण कराया गया है। जहाँ ग्राम पंचायत से निकले अपशिष्ट पदार्थों का निपटारा होना है। अपशिष्ट पदार्थों कई तरह के संक्रामक पदार्थ भी हो सकते हैं जिससे स्वास्थ्य केन्द्र व उप-स्वास्थ्य केन्द्र सहित आंगनबाड़ी में आने वाले मरीजों व बच्चों को संक्रमण की संभावना बनी रहेंगी। एक ओर जहाँ स्वच्छता के नाम पर लाखों रूपये खर्च कर अपशिष्ट पदार्थों के प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो संक्रमण को बुलावा दिया जा रहा है।
अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र में संचालित हो रहा डाकघर
संबंधित अधिकारियों की माने तो ग्राम पंचायत चंदखुरी में स्वच्छ भारत अभियान के तहत् बकायदा कचरे का प्रबंधन किया जा रहा है। परंतु असल में देखा जाए तो स्वच्छता के नाम पर महज औपचारिक्ताऐं निभाई जा रही है। जहाँ लाखों की लागत से अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र भवन का निर्माण कराया गया है। परंतु उक्त भवन में अपशिष्ट पदार्थों का प्रबंधन नहीं बल्कि डाकघर संचालित हो रही है।
2 टिप्पणियाँ
प्रशासन की व्यवस्था सहयोग कार्य सिर्फ कागजों में दिखाई सुनाई बताई जाती है वास्तव में जमीनी लेवल पर क्या है वह आप चंद्रखूरी पंचायत बैतलपुर पोस्ट ऑफिस में आकर देख सकते हैं बैतलपुर बस्ती को विशेष।